
आपको बता दें कि यह घटना उत्तराखंड के टनकपुर की है जहां पर 14 मार्च, मंगलवार को हाईवे किनारे 83 वर्षीय बिरंगाना का शव मिला जिससे पूरे उत्तराखंड में हड़कंप मच गया है। और शव शहर से लगभग 2 किलोमीटर दूर हाईवे के किनारे विचई गांव के पास मिला है। छानबीन के अनुसार मृतिका के हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि मृतिका के सारे सोने के आभूषण गायब हैं और इसके अलावा उनके कान के कुंडल नोचने के निशान भी दिख रहे हैं।
सूचना मिलते ही सीओ अविनाश वर्मा, कोतवाला चंद्रमोहन सिंह अपनी फोर्स के साथ तुरंत ही मौके पर पहुंचे। और उसके साथी जब वहां के नजदीकी परिजनों को खबर मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए। मृतिका की लाश देख वहां के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।

जानकारी के अनुसार मृतका का पूरा नाम वीरांगना भागीरथी देवी है। जो कि घटनास्थल से मात्र 500 मीटर दूर में ही रहते थे। उनका किसी के साथ कोई भी विवाद नहीं था। सूचना के अनुसार वहां के नजदीकी गांव में रहने वाले परमानंद जी को भागीरथी जी का शो पड़ा मिला, जोकि वही खेती करते हैं।

पहले तो मृतिका की लाश देखते ही परमानंद जी के होश उड़ गए। और उन्होंने किसी तरह खुद पर काबू पाते हुए पड़ोस के लोगों को इस चीज की सूचना दी। फिर धीरे-धीरे गांव के लोगों की भीड़ के साथ ही साथ मृतिका के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए।

आपको बता दें कि मृतिका के पुत्र का परिवार देहरादून में रहता है, और मृतिका अकेले ही घर में रहती थी। दीपिका के पुत्र मोहन चंद एक सैनिक है। उन्होंने बताया कि उनकी मां के गले कान और नाक में लगभग 4 तोला सोने के आभूषण थे जो कि गायब हैं। तो इसे साफ साफ साबित होता है कि मामला हत्या का है।

सीओ अविनाश जी ने भी बताया कि मामला हत्या का ही प्रतीत हो रहा है। और वह और उनकी टीम जांच पड़ताल करने में लग गई है। और वह जल्द ही आरोपी को ढूंढ निकालेंगे और उसे कड़ी से कड़ी सजा देंगे।